शौर्य दिवस पर शहीद सम्मान: मंत्री गणेश जोशी ने किया लेफ्टिनेंट प्रतीक आचार्य को नमन, सैन्य धाम के लिए जुटाई पवित्र मिट्टी

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आज शहीद सम्मान यात्रा 2.0 के अंतर्गत अमर शहीद लेफ्टिनेंट प्रतीक आचार्य के नैशविला रोड डोभालवाला स्थित आवास पर पहुंचकर उनके परिजनों से भेंट की। इस दौरान मंत्री जोशी ने शहीद के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके आंगन की पवित्र मिट्टी का ताम्रकलश में संग्रहण किया।

उन्होंने शहीद के परिजनों को आगामी 05 अक्टूबर को लैंसडौन में आयोजित होने वाले शहीद सम्मान समारोह में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया। मंत्री ने कहा कि गुनियाल गांव, देहरादून में शौर्य स्थल (सैन्य धाम) का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के सभी शहीद सैनिकों के घर-आंगन की मिट्टी स्थापित की जाएगी। शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का समापन 05 अक्टूबर को लैंसडौन में किया जाएगा, जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शहीद परिवारों को सम्मानित करेंगे।

सर्जिकल स्ट्राइक की गौरवमयी वर्षगांठ पर शौर्य दिवस का स्मरण करते हुए मंत्री जोशी ने कहा कि 2016 में भारतीय सेना ने आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दुनिया को सशक्त भारत के शौर्य और पराक्रम का परिचय कराया था। उन्होंने कहा कि यह शहीद सम्मान यात्रा उन अमर बलिदानियों को समर्पित है, जिनकी शौर्यगाथा सदैव प्रेरणा देती रहेगी।

सैनिक कल्याण मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार शहीदों और उनके परिजनों के लिए लगातार कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। शहीद परिवारों को दिया जाने वाला एकमुश्त अनुग्रह अनुदान 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया गया है। वहीं उत्तराखंड के परमवीर चक्र अलंकृत सैनिकों एवं उनकी विधवाओं को दी जाने वाली राशि 50 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 करोड़ रुपये कर दी गई है। इसके अतिरिक्त उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां पूर्व सैनिकों को ब्लॉक प्रतिनिधि नियुक्त कर मानदेय प्रदान किया जाता है। वर्तमान में यह मानदेय 8,000 रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।